Ayatul Kursi In Hindi | आयतुल कुर्सी हिन्दी, अंग्रेजी तर्जुमे के साथ

Rate this post

atal kursi hindi mein, ayatul kursi hindi me, ayatul kursi in hindi english, ayatul kursi in hindi meaning-

आज के लेख में आप सभी ayatul kursi in hindi में जानेंगे। अगर आप एक मुस्लमान है तो ayatul kursi के बारे में अच्छे से जानते ही होंगे। अगर आप नहीं जानते है तो इस लेख में आपको atal kursi hindi mein, ayatul kursi in arbi, ayatul kursi in english, ayatul kursi के फायदे आदि चीज़ें जानेंगे।

ayatul kursi कुरान की सब से अज़ीम आयत है। एक हदीस के मुताबिक रसूल स.अ. ने ayatul kursi को तमाम आयातो में से अफज़ल कहा है। यह सुरह इसलिए बहुत अहम है क्योंकि इसमे अल्लाह की तौहीद यानि कि अल्लाह को एक मानने को साफ़ तौर पर बताया गया है और शिर्क को करने से बहुत मना किया है। ayatul kursi कुरान की surah al baqarah की 255वी आयत है।

ayatul kursi हम अकसर अपनी फ़र्ज़ नमाज़ के बाद पढ़ते हैं और दुआ मांगने से पहले भी पढ़ते हैं। घर से निकलते वक्त व शैतान के फितने से बचने के लिए भी यह आयत पढ़ी जाती है। चलिए अब detail में ayatul kursi hindi me पूरी जानकारी लेते है।

आयतुल कुर्सी हिन्दी में- Ayatul kursi in hindi?

Ayatul kursi-अल्लाहु ला इलाहा इल्लाहू अलहय्युल क़य्यूम ला तअ’खुज़ुहू सिनतुव वला नौम लहू मा फिस सामावाति वमा फ़िल अर्ज़ मन ज़ल लज़ी यश फ़ऊ इन्दहू इल्ला बि इजनिह यअलमु मा बैना अयदी हिम वमा खल्फहुम वला युहीतूना बिशय इम मिन इल्मिही इल्ला बिमा शा अ वसिअ कुरसिय्यु हुस समावति वल अर्ज़ वला यऊ दुहू हिफ्ज़ुहुमा वहुवल अलिय्युल अज़ीम

तरजुमा- अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं। अल्लाह हि हमेशा जिंदा और बाकी रहने वाले है। न उसको ऊंघ आती है न नींद। जो भी आसमानों पर है और जो भी ज़मीन पर है सब अल्लाह का है। कौन है जो बिना अल्लाह कि इजाज़त के उसकी सिफारिश कर सके।अल्लाह उन्हे भी जानते है जो मख्लूकात के सामने है और उसे भी जो उन से ओझल है।

बन्दे उसके इल्म का ज़रा भी इहाता नहीं कर सकते सिवाए उन बातों के इल्म के जो खुद अल्लाह देना चाहे। उसकी ( हुकूमत ) की कुर्सी ज़मीन और असमान को घेरे हुए है। ज़मीनों आसमान की हिफाज़त उसपर दुशवार नहीं वह बहुत बलंद और अज़ीम ज़ात है।

आयतुल कुर्सी अरबी में- Ayatul kursi arabic?

आपको यह बता दे कि किसी भी कुरान की आयत या सुरह पढ़ना केवल अरबी ही में अफ़ज़ल होता है। क्योंकि कुरान अरबी ही में नाज़िल हुआ है और इसकी तमाम आयात व सुरह अरबी ही में है। हिन्दी और इंगलिश में लिखने में कोई ना कोई गलती हो ही जाती है लेकिन अरबी में एक-दम सही सही लिखा होता है। जैसा वो नाज़िल हुआ होता है।

اللَّـهُ لَا إِلَـٰهَ إِلَّا هُوَ الْحَيُّ الْقَيُّومُ ۚ لَا تَأْخُذُهُ سِنَةٌ وَلَا نَوْمٌ ۚ لَّهُ مَا فِي السَّمَاوَاتِ وَمَا فِي الْأَرْضِ ۗ مَن ذَا الَّذِي يَشْفَعُ عِندَهُ إِلَّا بِإِذْنِهِ ۚ يَعْلَمُ مَا بَيْنَ أَيْدِيهِمْ وَمَا خَلْفَهُمْ ۖ وَلَا يُحِيطُونَ بِشَيْءٍ مِّنْ عِلْمِهِ إِلَّا بِمَا شَاءَ ۚ وَسِعَ كُرْسِيُّهُ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضَ ۖ وَلَا يَئُودُهُ حِفْظُهُمَا ۚ وَهُوَ الْعَلِيُّ الْعَظِيمُ

आयतुल कुर्सी इंग्लिश में- Ayatul Kursi in English?

Ayatul Kursi- Allahu laaa ilaaha illaa huwal haiyul qai-yoom laa taakhuzuhoo sinatunw wa laa nawm; lahoo maa fissamaawaati wa maa fil ard man zallazee yashfa’u indahooo illaa be iznih ya’lamu maa baina aideehim wa maa khalfahum wa laa yuheetoona beshai ‘immin ‘ilmihee illa be maa shaaaa wasi’a kursiyyuhus samaa waati wal arda wa la ya’ooduho hifzuhumaa wa huwal aliyyul ‘azeem.

Translation- Allah – there is no deity except Him, the Ever-Living, the Sustainer of [all] existence.
Neither drowsiness overtakes Him nor sleep. To Him belongs whatever is in the heavens and whatever is on the earth.

Who is it that can intercede with Him except by His permission? He knows what is [presently] before them and what will be after them, and they encompass not a thing of His knowledge except for what He wills.

His Kursi extends over the heavens and the earth, and their preservation tires Him not.
And He is the Most High, the Most Great.

आयतुल कुर्सी हिन्दी में- Ayatul Kursi In urdu?

आयतल कुर्सी-

الله کے سوا کوئی معبود نہیں زندہ
ہےسب کا تھامنے والا نہ اس کی اونگھ دبا سکتی ہے نہ نیند آسمانوں اور زمین میں
جو کچھ بھی ہے سب اسی کا ہے ایسا کون ہے جو اس کی اجازت کے سوا اس کے ہاں سفارش
کر سکے مخلوقات کے تمام حاضر اور غائب حالات کو جانتا ہے اور وہ سب اس کی
معلومات میں سےکسی چیز کا احاطہ نہیں کر سکتے مگر جتنا کہ وہ چاہے اس کی کرسی نے
سب آسمانوں اور زمین کو اپنے اندر لے رکھا ہے اور الله کو ان دونوں کی حفاظت کچھ
گراں نہیں گزرتی اور وہی سب سےبرتر عظمت والا ہے

तरजुमा- अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं। अल्लाह हि हमेशा जिंदा और बाकी रहने वाले है। न उसको ऊंघ आती है न नींद। जो भी आसमानों पर है और जो भी ज़मीन पर है सब अल्लाह का है। कौन है जो बिना अल्लाह कि इजाज़त के उसकी सिफारिश कर सके। अल्लाह उन्हे भी जानते है जो मख्लूकात के सामने है और उसे भी जो उन से ओझल है।

बन्दे उसके इल्म का ज़रा भी इहाता नहीं कर सकते सिवाए उन बातों के इल्म के जो खुद अल्लाह देना चाहे। उसकी ( हुकूमत ) की कुर्सी ज़मीन और असमान को घेरे हुए है। ज़मीनों आसमान की हिफाज़त उसपर दुशवार नहीं वह बहुत बलंद और अज़ीम ज़ात है।

Ayatul kursi in Roman english?

Ayatul Kursi- Allahu laaa ilaaha illaa huwal haiyul qai-yoom laa taakhuzuhoo sinatunw wa laa nawm; lahoo maa fissamaawaati wa maa fil ard man zallazee yashfa’u indahooo illaa be iznih ya’lamu maa baina aideehim wa maa khalfahum wa laa yuheetoona beshai ‘immin ‘ilmihee illa be maa shaaaa wasi’a kursiyyuhus samaa waati wal arda wa la ya’ooduho hifzuhumaa wa huwal aliyyul ‘azeem.

तरजुमा- अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं। अल्लाह हि हमेशा जिंदा और बाकी रहने वाले है। न उसको ऊंघ आती है न नींद। जो भी आसमानों पर है और जो भी ज़मीन पर है सब अल्लाह का है। कौन है जो बिना अल्लाह कि इजाज़त के उसकी सिफारिश कर सके। अल्लाह उन्हे भी जानते है जो मख्लूकात के सामने है और उसे भी जो उन से ओझल है।

बन्दे उसके इल्म का ज़रा भी इहाता नहीं कर सकते सिवाए उन बातों के इल्म के जो खुद अल्लाह देना चाहे। उसकी ( हुकूमत ) की कुर्सी ज़मीन और असमान को घेरे हुए है। ज़मीनों आसमान की हिफाज़त उसपर दुशवार नहीं वह बहुत बलंद और अज़ीम ज़ात है।

Ayatul kursi कौन से पारे में और कौन सी सुरह में है-

Ayatul kursi की तीलावत करने से आपके घर से शैतान व बुरी चीज़े चली जाती है और फ़रिश्ते आते है।
Ayatul kursi तीसरे पारे में (जिसका नाम तीलकल रूसूल है) और कुरान की सबसे बड़ी सुरह, surah al baqarah में आयत नम्बर 255 में है।

Ayatul kursi के ऊपर हदीसें-

  • नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया- “जो कोई भी हर फरज़ नमाज़ के बाद Ayatul kursi पढ़ेगा, उसके और जन्नत के बीच मौत के अलावा कुछ भी नहीं होगा।
  • नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया – “घर से निकलते समय Ayatul kursi पढ़ो क्योंकि “70,000 फ़रिश्ते उस इन्सान की रक्षा दाएं, बाएं, सामने और पीछे से करेंगे।”
  • नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया-“Surah al baqarah में, एक आयत है जो कुरान की सभी आयतों में सबसे अच्छी है। इसको घर में पढ़ने से शैतान घर छोड़ देता है।”
  • सुफयान ने फरमाया: “क्योंकि अयात अल-कुर्सी अल्लाह की बोली है, और अल्लाह की बोली अल्लाह के आसमान और दुनिया की रचना से बड़ी है। (तिरमिधि 2884)
  • नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया-“अगर कोई भी surah al baqarah की पहली चार आयत पढ़ता है और उसके बाद Ayatul kursi पढ़ता है और फिर surah al baqarah की आखिरी 3 आयत पढ़ता है तो उसे अपने पैसो में या खुद में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होगी, साथ ही साथ शैतान उसके करीब भी नहीं आएगा और वह कुरान को नहीं भूलेगा।”
    (मुलसिम, 807)
  • हद्रत हसन बिन अली (रा) ने फरमाया कि- “एक इन्सान ने एक बार पूछा था: हे रसूलल्लाह उस इन्सान को क्या मिलता है जो हर फर्ज़ सलात के बाद अयातुल कुरसी का पढ़ता है? नबी ने फरमाया- वह इन्सान अगले सलात तक अल्लाह के हिज़ ओ आमान में रहता है।”
  • हदरात अबू क़तादा (र.अ.) ने फरमाया कि नबी ने कहा- “जो कोई अयातुल कुर्सी और सूरा बकारा की आखिरी आयत को कठिनाई में पढ़ता है(मतलब अटक अटक के), तो अल्लाह उसकी दुआओं को सुनते है।”
  • नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया “घर से निकलते समय, यदि कोई अयातुल कुर्सी पढ़ता है तो अल्लाह फरीशतो को उसके लिए इस्तिगफ़र करने के लिए भेज देते हैं जब तक की वह घर नहीं लौटता, और उसके घर लौटने पर, उसकी गरीबी दूर हो जाएगी।”
  • नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया- “ऐ अबू मुंधीर, क्या तुम जानते हो कि तुम्हारे साथ अल्लाह की किताब की कौन सी आयत सबसे बड़ी है? मैंने सिंहासन की आयत पढ़ी, “अल्लाह, उसके सिवा कोई नहीं है, जीवित, पालने वाला (2:255)। (सहिह मुस्लिम 810)

आयतल कुर्सी के फायदे-

  • Ayatul kursi पढ़ने वाला सुबह से शाम तक जिन्नात के बुरे वसवसे से बचा रहता हैं।
  • Ayatul kursi कुरान करीम के एक चौथाई के बराबर है।
  • Ayatul kursi को खाने और पानी में पढके फूकने से
    खाने में बरकत होती है।
  • जो कोई घर में दाखिल होते समय Ayatul kursi पढ़ता है उसके घर में दाखिल होते ही शैतान वहाँ से भाग जाता है।
  • Ayatul kursi पढ़ने से माल और औलाद दोनों महफ़ूज़ रहते हैं।
  • जो हर सुबह अयातुल कुर्सी पढ़ता है, वह उस समय से लेकर रात तक अल्लाह के हिफज़ ओ आमान में रहता है। यानि सुरक्षित रहता है।
  • जो लोग मर चुके हैं उनके लिए भी हमे Ayatul kursi पढ़नी चाहिए। उससे उनकी कब्रों में नूर आता है।
  • अगर हम अपने घर से निकलने से पहले एक बार Ayatul kursi पढ़ते हैं तो अल्लाह हमारी सुरक्षा के लिए एक फरिशतो के समूह को नीचे भेज देते हैं। अगर हम Ayatul kursi दो बार पढ़ते हैं तो अल्लाह हमारी सुरक्षा के लिए दो फरिशतो के समूह को नीचे भेज देते हैं। परन्तु अगर हम तीन बार Ayatul kursi पढेंगे तो कोई भी फ़रिश्ते हमारी सुरक्षा के लिए नीचे नही आते क्योंकि उस समय अल्लाह खुद हमारी सुरक्षा करते है।
  • Ayatul kursi को एक बार पढ़ने से एक चौथाई कुरान के बराबर सवाब मिलता है। और इसे चार बार पढ़ने से पूरे कुरान को पढ़ने के बराबर सवाब मिलता है। हर रोज़ सूर्यास्त के समय Ayatul kursi को पढ़ने से चालीस हज का सवाब मिलता है।
  • यह कुरान शरीफ की सबसे बड़ी आयत है, यह आयत आपको अल्लाह के करीब करती है।
  • अगर आप के माल मे तंगी है और आप अपने बच्चे को शैतान से बचाना चाहते हैं तो Ayatul kursi की तीलावत रोज़ करे।
  • जहाँ आप अकेले हो और आपको किसी भी चीज़ का डर हो तो Ayatul kursi पढ़े। आपको बहुत ही सुकून मिलेगा और आपको डर भी नही लगेगा।
  • अगर आपको डर महसूस होता है तो 11 बार Ayatul kursi पढ़ने से आपका डर दूर हो जाएगा।
  • अगर आप घर से निकलते समय Ayatul kursi पढ़ते हैं तो अल्लाह आपकी गरीबी को दूर करेगा।
  • 100 बार Ayatul kursi पढ़ने से चोरी, बुराई और अन्य नुकसान से घर की रक्षा की जा सकती है। एक पर्चे पर
    Ayatul kursi को लटका देने से पूरे दिन और रात घर की रक्षा रहती है।
  • अगर आप सोने से पहले Ayatul kursi पढ़ लेंगे तो
    फरिश्ते आपकी पूरी रात सुरक्षा करते हैं और साथ ही साथ Ayatul kursi आपको बुरे विचारों से भी दूर रखती है।
  • Kya Ayatul kursi padhne se shaytaan se hifazat hoti hai-
  • हर रात को सोते समय Ayatul kursi पढ़ने से अल्लाह तआला आपकी हिफाज़त के लिए रात भर एक फरिश्ता आपके लिए मुक़र्रर कर देते हैं। और जिस शख्स के घर में Ayatul kursi रोज़ पढ़ी जाती हो, उस घर से शैतान बहार निकल जाता है।

Ayatul Kursi In Hindi video?

अगर आप Ayatul Kursi In Hindi के इस पोस्ट में यह जानकरी पढ़ने के बाद आपके मन में यह सवाल जरूर होगा की आयतुल कुर्सी को याद कैसे तो आप इस आप इस वीडियो को जरूर देखे

Video credit by:- Muhammadi Rasta

निष्कर्ष-

तो दोस्तों ये था लेख ayatul kursi के बारे में। जिसमें आप सभी ने ayatul kursi in hindi, ayatul kursi in arbi, ayatul kursi in english, ayatul kursi के फायदे और आदि चीज़े जानी। Ayatul kursi पढ़ने से आप हर चीज़ से महसूस रहते हैं।

आशा करते हैं कि आप को यह लेख पसंद आया होगा और ayatul kursi in hindi में आपको ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी प्राप्त हुई होगी। अगर आप अपने दोस्तों को भी ayatul kursi in hindi के बारे में जानकारी देना चाहते हैं तो उनके साथ इस लेख को ज़रूर शेयर करें।

Leave a Comment